TCS से 12,000 की छंटनी! क्या आपकी नौकरी है अगली?

Hemant Saini
0

 

TCS से 12,000 कर्मचारियों की छुट्टी तय? जानिए कंपनी के इस बड़े फैसले की पूरी सच्चाई!

देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने एक बड़ा फैसला लेते हुए अपने लगभग 2% कर्मचारियों की छंटनी की तैयारी कर ली है। यह आंकड़ा करीब 12,000 से अधिक कर्मचारियों का है। कंपनी ने स्पष्ट किया है कि यह छंटनी एक झटके में नहीं होगी, बल्कि पूरे वित्त वर्ष 2025-26 के दौरान चरणबद्ध तरीके से की जाएगी।

TCS से 12,000 की छंटनी! क्या आपकी नौकरी है अगली

✅ किन कर्मचारियों पर गिरेगी गाज?

TCS का यह कदम मुख्य रूप से मिड और सीनियर लेवल पर कार्यरत कर्मचारियों को प्रभावित करेगा। यानी वे कर्मचारी जो कई वर्षों से कंपनी में सेवा दे रहे थे, और जिनकी सैलरी और जिम्मेदारियां अपेक्षाकृत अधिक थीं।

कंपनी का कहना है कि वह ऐसे कर्मचारियों को ही टारगेट कर रही है जिनकी स्किल्स अब कंपनी की नई जरूरतों के साथ मेल नहीं खा रही हैं।


🔍 इस छंटनी के पीछे की असली वजह क्या है?

TCS ने अपने इस कदम को सिर्फ लागत में कटौती नहीं बताया है। इसके पीछे कुछ अहम रणनीतिक कारण हैं:

1. टेक्नोलॉजी में बदलाव

कंपनी अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), ऑटोमेशन और नई डिजिटल टेक्नोलॉजीज़ की ओर तेजी से बढ़ रही है। इसके लिए उसे ऐसी टीम चाहिए जो इन बदलावों को तेजी से समझ सके और अपनाए।

2. स्किल मिचमैच (Skill Mismatch)

TCS का कहना है कि कुछ मौजूदा कर्मचारियों की स्किल्स अब बदलते समय के अनुसार पीछे रह गई हैं। उनकी जगह अब ऐसे लोगों की ज़रूरत है जो नई तकनीकों के साथ काम कर सकें।

3. ऑपरेशन में फुर्ती और लचीलापन

बड़े स्तर पर मैनेजमेंट स्ट्रक्चर को हल्का बनाकर कंपनी तेज फैसले लेना चाहती है ताकि वह वैश्विक प्रतिस्पर्धा में आगे रह सके।


🤝 क्या मिलेगा प्रभावित कर्मचारियों को?

कंपनी ने आश्वासन दिया है कि छंटनी किए गए कर्मचारियों को मानवता के साथ फेयर ट्रीटमेंट दिया जाएगा। इसके तहत:

  • नोटिस पीरियड का पूरा वेतन
  • सेवरेंस पैकेज (फुल एंड फाइनल सैटलमेंट)
  • हेल्थ इंश्योरेंस की सीमित अवधि तक सुविधा
  • करियर गाइडेंस और आउटप्लेसमेंट सपोर्ट

यानी कंपनी इस प्रक्रिया को किसी “कठोर फैसले” की तरह नहीं, बल्कि एक रणनीतिक बदलाव की तरह देख रही है।


📌 इस फैसले का बाजार और इंडस्ट्री पर असर

TCS के इस फैसले से साफ है कि अब भारतीय आईटी सेक्टर एक नई दिशा में बढ़ रहा है। अब कंपनियाँ केवल “हेडकाउंट” नहीं बढ़ा रहीं, बल्कि स्मार्ट और स्किल्ड टैलेंट पर फोकस कर रही हैं।

  • इससे दूसरे आईटी प्रोफेशनल्स के लिए रीस्किलिंग का दबाव भी बढ़ेगा।
  • नौकरी में बने रहने के लिए अब लगातार नई तकनीकों में अपडेट रहना ज़रूरी होगा।
  • जूनियर्स की तुलना में सीनियर्स पर ज्यादा दबाव आने वाला है, क्योंकि उनकी लागत ज़्यादा होती है और टेक्नोलॉजी अपडेशन धीमा।


📊 संक्षेप में TCS की छंटनी योजना:

पॉइंट्सविवरण
कुल छंटनी12,000+ कर्मचारी (करीब 2%)
प्रभावित श्रेणीमिड और सीनियर लेवल प्रोफेशनल्स
कारणAI, टेक्नोलॉजी शिफ्ट, स्किल गैप
अवधिवित्त वर्ष 2025-26
सहायतानोटिस वेतन, फाइनल सेटलमेंट, हेल्थ बेनिफिट, करियर सपोर्ट
उद्देश्यस्किल्ड और lean workforce तैयार करना

🧠 आपके लिए क्या सबक?

अगर आप भी IT सेक्टर में काम करते हैं, तो यह समय है अपनी स्किल्स को अपग्रेड करने का। सिर्फ अनुभव ही अब जॉब सिक्योरिटी की गारंटी नहीं है। आपको अपनी वैल्यू कंपनी के सामने ताजे टेक्निकल नॉलेज और प्रैक्टिकल अप्रोच से साबित करनी होगी।

आज अगर आप अपडेट नहीं हुए, तो कल शायद आपकी कुर्सी खतरे में हो।

Tags

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें (0)