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IPO (Initial Public Offering) में निवेश छोटे बड़े निवेशक सभी करते हैं, लेकिन जब अलॉटमेंट नहीं मिलता तो निराशा होती है। ऐसे में निवेशक यह सोचता है कि क्या उसकी किस्मत खराब है, क्या वह कोई गलती कर रहा है। ऐसा होना स्वाभाविक है लेकिन इस लेख के माध्यम से आप कुछ ऐसी ट्रिक लगा सकते हैं जिससे आईपीओ अलॉटमेंट के चांस बढ़ जाते हैं। आइये जानते हैं कैसे आप हर भर आईपीओ में अलॉटमेंट पा सकते हैं।
IPO अलॉटमेंट क्या है?
- अंडरसब्सक्राइब्ड IPO: यदि शेयर्स की संख्या अधिक है और आवेदन कम हैं तो सभी कोई शेयर्स मिल जायेंगे।
- ओवरसब्सक्राइब्ड IPO: यदि शेयर्स की संख्या कम है और आवेदन ज्यादा आ चुके हों तो लाटरी सिस्टम से शेयर्स को अलॉट किया जाता है।
- रिटेल इंडिविजुअल इन्वेस्टर (RII): इसमें 2 लाख रुपये तक के आवेदन होते हैं।
- नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर (NII): इसमें 2 लाख रुपये से अधिक के आवेदन होते हैं।
- क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB): संस्थागत निवेशक जो करोड़ों में निवेश करते हैं।
हर IPO में अलॉटमेंट की संभावनाएँ बढ़ाने की टॉप 10 ट्रिक्स
1. मल्टीपल डीमैट अकाउंट्स का उपयोग करें
- परिवार के सदस्यों जैसे माता,पिता,पत्नी,पुत्र या दोस्तों के नाम से डीमैट अकाउंट ओपन करें और उनसे आईपीओ के लिए आवेदन करें। जितने ज्यादा अकाउंट से अप्लाई करेंगे अलॉटमेंट के चांस उतने ही बढ़ जायेंगे।
- एक पैन कार्ड से एक आवेदन माना जाता है और यदि आईपीओ ओवर सब्सक्राइब होता है तो अगर आप 5 अकाउंट से अप्लाई करते हैं तो 1 लोट मिलने के चांस बढ़ जायेंगे।
2. कट-ऑफ प्राइस पर बोली लगाएँ
- आईपीओ के लिए जब भी आवेदन करें केवल कट ऑफ प्राइस पर ही करें। यह प्राइस बैंड का सबसे उच्च मूल्य होता है।
- यदि कोई आईपीओ ओवर सब्सक्राइब हो रहा हो तो उसे आप कट ऑफ प्राइस से नीचे भरेंगे तो आवेदन रिजेक्ट जायेगा। क्यूंकि डिस्कवर्ड प्राइस पर पहले से ही काफी आवेदन आ चुके होते हैं।
3. एक ही IPO में एक से अधिक लॉट ना लें
- ओवर सब्सक्रिप्शन वाले आईपीओ में एक लोट से अधिक नहीं भरना चाहिए।
- एक से अधिक लोट भरने से कोई फायदा नहीं होगा। एक लोट भरने से एप्लीकेशन रिजेक्ट होने से बचेगी और अलॉटमेंट के चांस भी बढ़ जायेंगे।
- एक पैन से एक ही केटेगरी में अप्लाई करें वरना रिजेक्शन हो सकती है।
4. पहले दो दिनों में आवेदन करें
- एक्सपर्ट के मुताबिक पहले दिन ही आईपीओ के लिए अप्लाई करना चाहिए।
- आखिरी दिन में अंतिम समय में अप्लाई करने से अलॉटमेंट के चांस कम हो जाते हैं क्यूंकि बैंक सर्वर, UPI मैंडेट जैसी समस्या आ सकती है।
- कोशिश करें पहले दो दिन के अंदर ही आईपीओ सभी डीमैट से अप्लाई करें।
5. शेयरहोल्डर कोटे का लाभ उठाएँ
- यदि आईपीओ पहले से ही लिस्टेड पैरेंट कंपनी का है तो कम से कम 1 शेयर खरीद कर अपने डीमैट में रखकर शेयर होल्डर कोटा से भी अप्लाई करें।
- शेयर होल्डर्स कोटा में ज्यादा भीड़ नहीं होती तो इससे अलॉटमेंट चांस बढ़ जाते हैं।
- आप एक लोट रिटेल और एक लोट शेयर होल्डर कोटा में अप्लाई कर सकते हैं।
6. UPI मैनडेट को समय पर अप्रूव करें
- आईपीओ के आवेदन के बाद UPI मैंडेट आते ही उसे approve करके अपने फंड्स को ब्लॉक करें।
- कुछ निवेशक मैंडेट को approve करना भूल जाते हैं या फिर आखिरी दिन approve करने हैं।
- समय पर तुरंत मैंडेट को approve करना भी जरूरी है।
7. IPO से पहले PAN, Demat और बैंक डीटेल्स जांचें
- आईपीओ भरने से पहले सही तरह से जांच कर लें यानि बैंक अकाउंट और डीमैट अकाउंट में नाम एक जैसा होना चाहिए।
- नाम मिसमैच होने से भी एप्लीकेशन रिजेक्ट हो जाती है।
8. अंडरसब्सक्राइब्ड IPOs को टारगेट करें
- ऐसे आईपीओ को भरें जिसमें डिमांड कम है और लिस्टिंग गेन मिलने के भी चांस हों।
- कुछ निवेशक 20-30% रिटर्न पाने के लिए HNI केटेगरी में अप्लाई करते हैं जिससे उन्हें अलॉटमेंट मिल भी जाता है और मुनाफा भी हो जाता है।
- ओवर सब्सक्राइब वाले आईपीओ में पूरा खेल लाटरी पर आधारित है।
9. रिटेल कोटे में आवेदन करें
- रिटेल केटेगरी का 35% कोटा होता है तो इस केटेगरी में ज्यादा से ज्यादा अकाउंट से अप्लाई करने पर अलॉटमेंट के चांस अधिक होते हैं।
- यदि रिटेल कोटा 10% है तो ऐसे आईपीओ में अलॉटमेंट चांस ना के बराबर होते हैं।
10. HNI भी बन सकते हैं
- यदि आप चाहते हैं कि आईपीओ का अलॉटमेंट जब भी मिले तो बड़ा प्रॉफिट कमाने का मौका आये तो small HNI केटेगरी में अप्लाई कर सकते हैं।
- यदि अलॉटमेंट हुआ और रिटर्न भी 50% मिला तो कम से कम 1 लाख रूपए का मुनाफा हो सकता है।
सामान्य गलतियाँ और उनसे बचने के उपाय
- एक ही पैन से अलग-अलग डीमैट अकाउंट से अप्लाई ना करें।
- एक से ज्यादा लोट के लिए अप्लाई ना करें। आजकल आईपीओ ओवर सब्सक्राइब हो रहे हैं।
- आवेदन के लिए आखिरी दिन का इंतजार ना करें। पहले ही दिन आईपीओ भरें।
- किसी दूसरे व्यक्ति की UPI id का इस्तेमाल ना करें।
- UPI मैंडेट को अनदेखा ना करें।

