FD कंपाउंड इंटरेस्ट कैलकुलेटर
हमारे FD (फिक्स्ड डिपॉजिट) कैलकुलेटर का उपयोग करके आसानी से जानें कि आपके निवेश पर कितना ब्याज मिलेगा। बस अपनी निवेश राशि, ब्याज दर, समय और ब्याज जुड़ने की अवधि चुनें और तुरंत अपनी मैच्योरिटी राशि पता करें।
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फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) और कंपाउंड इंटरेस्ट को समझें
यह कैलकुलेटर सिर्फ एक टूल नहीं है, बल्कि आपके वित्तीय ज्ञान को बढ़ाने का एक माध्यम भी है। आइए समझते हैं कि FD और चक्रवृद्धि ब्याज कैसे काम करते हैं।
फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) क्या है?
फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) भारत में सबसे सुरक्षित और लोकप्रिय निवेश विकल्पों में से एक है। यह एक तरह का बैंक खाता है जिसमें आप एक निश्चित समय के लिए एकमुश्त पैसा जमा करते हैं। बैंक इस पैसे पर आपको एक निश्चित दर से ब्याज देता है जो आमतौर पर बचत खाते से ज़्यादा होता है। FD की अवधि 7 दिनों से लेकर 10 साल तक हो सकती है।
- निश्चित रिटर्न: आपको पहले से पता होता है कि आपको कितना ब्याज मिलेगा, इसलिए इसमें बाजार का कोई जोखिम नहीं होता।
- सुरक्षा: RBI के नियमों के अनुसार, हर बैंक में आपकी ₹5 लाख तक की जमा राशि सुरक्षित होती है।
- आसान प्रक्रिया: FD खोलना बेहद आसान है। आप इसे बैंक जाकर या ऑनलाइन नेट बैंकिंग के माध्यम से भी खोल सकते हैं।
कंपाउंड इंटरेस्ट (चक्रवृद्धि ब्याज) का जादू
कंपाउंड इंटरेस्ट को अक्सर "ब्याज पर ब्याज" कहा जाता है। इसका मतलब है कि आपको न केवल अपनी मूल राशि (Principal) पर ब्याज मिलता है, बल्कि उस ब्याज पर भी ब्याज मिलता है जो समय के साथ जमा होता जाता है। यह आपके पैसे को साधारण ब्याज की तुलना में बहुत तेजी से बढ़ाता है।
कंपाउंडिंग फ्रीक्वेंसी का महत्व
कंपाउंडिंग फ्रीक्वेंसी का मतलब है कि आपका ब्याज मूलधन में कितनी बार जोड़ा जाता है।
- वार्षिक (Yearly): ब्याज साल में एक बार जुड़ता है।
- छमाही (Half-yearly): ब्याज साल में दो बार (हर 6 महीने में) जुड़ता है।
- तिमाही (Quarterly): ब्याज साल में चार बार (हर 3 महीने में) जुड़ता है। यह भारत में बैंकों द्वारा सबसे अधिक उपयोग की जाने वाली फ्रीक्वेंसी है।
- मासिक (Monthly): ब्याज हर महीने जुड़ता है।
याद रखें: जितनी ज़्यादा बार ब्याज जुड़ता है (यानी जितनी अधिक कंपाउंडिंग फ्रीक्वेंसी होती है), आपका अंतिम रिटर्न उतना ही ज़्यादा होता है।
अस्वीकरण (Disclaimer)
यह FD कैलकुलेटर केवल अनुमान और शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है। इसके परिणाम आपके द्वारा दर्ज किए गए आंकड़ों पर आधारित हैं। वास्तविक रिटर्न बैंक की नीतियों और TDS (स्रोत पर कर कटौती) नियमों के अनुसार थोड़ा भिन्न हो सकता है। यह जानकारी किसी भी प्रकार की वित्तीय सलाह का विकल्प नहीं है। कृपया कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले अपने बैंक या वित्तीय सलाहकार से संपर्क करें।