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IPO Investing Mistakes: भारत में IPO यानी Initial Public Offering में निवेश अब काफी ट्रेंड कर रहा है। जैसी ही कोई नयी कंपनी अपना आईपीओ बाजार में लेकर आती है सिर्फ उसके आने की खबर से ही लोग निवेश का मन बना लेते हैं। लोग इसे जल्दी अमीर बनने का शार्ट कट मैंने लगे हैं और हर आईपीओ भरने के लिए उत्सुक रहते हैं। लेकिन क्या हर आईपीओ अच्छा होता है और क्या हर आईपीओ में आँख बंद करके निवेश कर देना चाहिए?। आज के इस लेख में हम आपको कुछ ऐसी गलतियों के बारे में बताने वाले हैं जो अक्सर निवेशक रोजाना कर रहे हैं और आप उनसे कैसे बच सकते हैं उपाय भी बताये जायेंगे। चलिए जानते हैं IPO निवेश की 5 खतरनाक गलतियों के बारे में जो आपके पैसे को डुबो सकती हैं।
❌ 1. बिना रिसर्च के सिर्फ ट्रेंड देखकर निवेश करना
🔎 समस्या:
आजकल बहुत से लोग आईपीओ में निवेश इसलिए करते हैं कि हर कोई निवेश कर रहा है तो हम भी क्यों ना करें। आजकल हर जगह न्यूज़ चैनल, अख़बार, और विज्ञापनों में आईपीओ निवेश के बारे में सलाह दी जा रही है लेकिन यह आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
🧨 परिणाम:
- यह हो सकता है कि कंपनी घाटे में चल रही हो और आप लोगों के कहने पर निवेश कर दें।
- कंपनी के जो प्रोमोटर्स हैं उनका ट्रैक रिकॉर्ड खराब हो सकता है। हो सकता है उनके खिलाफ कोई लीगल केस चल रहे हों।
- यह भी हो सकता है कि कंपनी घाटे को पूरा करने के लिए आईपीओ ला रही हो।
📘 उदाहरण:
जब paytm का आईपीओ आया तो लोगों ने केवल नाम पर भरोसा करके कि बड़ी कंपनी है और बड़ा नाम है तो निवेश कर देते हैं। लेकिन नतीजा क्या हुआ कंपनी चल रही थी घाटे में और लिस्टिंग के दिन ही शेयर्स के दाम गिर गए।
✅ समाधान:
- कंपनी के DRHP (Draft Red Herring Prospectus) जरूर पढ़ें इसमें सभी जानकारी मिलेगी।
- कंपनी घाटे में है या मुनाफे में है इसकी जांच जरूर करें।
- कंपनी की पिछली तीन साल की बैलेंस शीट को अच्छे से देखें।
- कंपनी किस सेक्टर में काम काज कर रही है, उस सेक्टर की एनालिसिस करें। यानि उस सेक्टर का आगे का भविष्य क्या हो सकता है।
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❌ 2. केवल GMP देखकर निवेश का निर्णय लेना
🔎 समस्या:
GMP (Grey Market Premium) एक unofficial मार्केट है जिसमें आईपीओ की डिमांड का पता चलता है और आईपीओ कितने प्राइस पर लिस्ट हो सकता है इसका अनुमान मिलता है।
🧨 परिणाम:
- GMP काफी तेजी से बढ़ती और गिरती रहती है।
- GMP को गलत तरिके से कंपनी या बीच के दलाल मैनुपुलेट करते हैं।
- निवेशक केवल gmp के भरोसे निवेश कर बैठते हैं।
📘 उदाहरण:
मान लीजिये एक आईपीओ का प्राइस बैंड 100 रूपए रखा गया और उसकी gmp 50 रूपए दिखाई गई लेकिन लिस्टिंग के दिन वह आईपीओ अपने प्राइस बैंड के आस पास ही लिस्ट हुआ। इसके साथ ही एक ऐसा आईपीओ जिसका प्राइस बैंड 200 रखा गया और उसकी गम्प 200 रूपए थी और लिस्टिंग के दिन यह 400 पर लिस्ट हुआ।
✅ समाधान:
- यदि GMP और कंपनी के फंडामेंटल जैसे P/E रेश्यो, मुनाफा, प्रोमोटर्स रिकॉर्ड अच्छा है तभी GMP पर भरोसा करें। और जिस आईपीओ की GMP 20-25% हो ऐसे आईपीओ में निवेश से बचें।
- कंपनी का बिसनेस मॉडल, भविष्य इत्यादि का आंकलन करें।
- केवल GMP के भरोसे लालच में आकर निवेश ना करें।
❌ 3. FOMO में आकर हर IPO में निवेश करना
🔎 FOMO (Fear Of Missing Out):
सभी लोग आईपीओ में निवेश कर रहे हैं तो मुझे भी करना चाहिए मैं क्यों पीछे रहूं। इसी आदत को फोमो कहा जाता है। दूसरे क्या कर रहे हैं बस वही खुद को भी करना है यह आदत आपका पैसा डुबो सकती है।
🧨 परिणाम:
- फोमो की वजह से आप गलत आईपीओ में निवेश करके लम्बे समय के लिए फंस सकते हैं।
- लिस्टिंग गेन पाने के लालच में कैपिटल भी कम हो सकता है।
- ऐसी आदत से आप घाटे में रहेंगे मुनाफे में नहीं।
📘 उदाहरण:
जब LIC का सबसे बड़ा आईपीओ आने की खबर आई तो लोगों ने केवल नाम के भरोसे फोमो में आकर निवेश किया कि उनका पैसा डबल हो जायेगा। बस यही फोमो की आदत में फंसे लोगों को लिस्टिंग के दिन नुकसान झेलना पड़ा।
✅ समाधान:
- हर आईपीओ अच्छा नहीं होता, हर एक आईपीओ में आँख बंद करके अप्लाई करना सही नहीं है।
- आप आईपीओ किस उदेशय के लिए भरना चाहते हैं केवल लॉन्ग टर्म या फिर लिस्टिंग गेन के लिए। यह तय करना जरूर है ताकि आपका फोकस एक ही जगह पर हो।
- यदि अच्छे आईपीओ नहीं आ रहे तो उसकी जगह क्वालिटी स्टॉक्स में निवेश लाभकारी हो सकता है।
❌ 4. सिर्फ लिस्टिंग गेन के लिए निवेश करना
🔎 समस्या:
IPO किसी भी कंपनी की प्रारंभिक स्टेज होती है। यदि कंपनी अच्छी है तो वह लॉन्ग टर्म में अच्छा रिटर्न दे सकती है। लेकिन ज्यादातर लोग शार्ट टर्म के लिए आईपीओ में निवेश करते हैं। लिस्टिंग गेन लेकर बेच कर भागने वाला माइंड सेट आईपीओ निवेश के लिए हर बार सही नहीं होता।
🧨 परिणाम:
- शार्ट टर्म में मार्केट में गिरावट हो सकती है, यदि कोई खराब न्यूज़ आ जाए तो गम्प गिरकर शून्य हो सकती है और पैसा भी नेगेटिव हो सकता है।
- कंपनी अच्छी थी, भविष्य अच्छा था और लॉन्ग टर्म में अच्छा परफॉर्म कर सकती थी लेकिन अपने शार्ट टर्म में बेच दिया।
📘 उदाहरण:
Zomato का IPO जब आया तो उसने लिस्टिंग गेन भी दिया लेकिन लॉन्ग टर्म निवेशकों को अच्छा फायदा मिला।
✅ समाधान:
- यदि अपने लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करना है तो शार्ट टर्म के उतार चढाव से परेशान ना हों।
- अपना लक्ष्य तय करें की लिस्टिंग गेन चाहिए या फिर लॉन्ग टर्म इन्वेस्टिंग।
- कंपनी अच्छी है तो लॉन्ग टर्म के हिसाब से सोचना चाहिए ताकि अच्छा रिटर्न पाया जा सके।
❌ 5. IPO को पूरे पोर्टफोलियो में हावी कर देना
🔎 समस्या:
जब किसी कंपनी का आईपीओ आता है तो लोग अधिक उत्साहित होकर अपने पोर्टफोलियो में केवल आईपीओ वाले स्टॉक ही 70% तक भर लेते हैं और पहले से ही लिस्टेड अच्छी कंपनियों को भूल जाते हैं। यह आदत आपके पोर्टफोलियो को खराब भी करेगी और रिस्क भी ज्यादा होगा।
🧨 परिणाम:
- पोर्टफोलियो का कोई सिर पैर नहीं रहता यानि डायवर्सिफिकेशन खत्म हो जाता है।
- यदि आईपीओ खराब निकले, कंपनी अच्छा परफॉर्म नहीं कर पाई तो बड़ा नुकसान झेलना पड़ सकता है।
📘 उदाहरण:
मान लीजिये आपके पास 1 लाख रूपए हैं और आप उसमें से 80000 खराब आईपीओ में निवेश कर देते हैं और आईपीओ नेगेटिव लिस्ट हो गए तो आपको 10000-20000 का नुकसान उठाना पड़ सकता है।
✅ समाधान:
- अपना पोर्टफोलियो ऐसा बनायें जिसमें सेक्टर, रिस्क को ध्यान में रखा गया हो।
- IPO में यदि निवेश करना है तो केवल 10-20% हिस्सा ही रखें।
- बची हुई राशि को बढ़िया म्यूच्यूअल फंड्स या अच्छे स्टॉक्स में विभाजित करें।
📘 Company का DRHP कैसे पढ़ें?
- कंपनी के रिस्क फैक्टर्स को देखें कि कंपनी में क्या-क्या रिस्क शामिल हैं।
- यह देखें कि कंपनी क्या काम करती है और क्या कंपनी का बिज़नेस स्केल हो सकता है या नहीं।
- कंपनी का घाटा, मुनाफा, कर्ज इत्यादि की जांच करें।
- कंपनी के मालिक यानि प्रोमोटर्स ही हिस्ट्री देखें कि उनका क्या तजुर्बा है या फिर कोई फ्रॉड केस तो नहीं।
- आईपीओ से पैसे जुटाकर कंपनी क्या करने वाली है इसकी जांच जरूर करें। ऐसा ना हो कि कंपनी केवल कर्ज उतारना चाहती है या फिर एग्जिट लेना चाहती है।
यह भी पढ़ें 👉: हर IPO में अलॉटमेंट पाने की ट्रिक क्या है?
🔚 निष्कर्ष:
आईपीओ में निवेश एक अच्छा अवसर जरूर है लेकिन समझदारी और सूझ बूझ से ही इस अवसर का सही लाभ उठाया जा सकता है। आईपीओ में लोग नुकसान केवल इन पांच गलतियों की वजह से करते हैं।
- बिना रिसर्च केवल कंपनी के नाम के भरोसे या किसी के कहने पर निवेश करना।
- केवल ग्रे मार्केट प्रीमियम GMP के चक्कर में फंस कर निवेश कर बैठना।
- FOMO में आकर निवेश कर बैठना।
- लिस्टिंग गेन के लालच में निवेश कर बैठना
- अपने पोर्टफोलियो में केवल आईपीओ भर लेना।
इन गलतियों को ना दोहराएं और एक स्मार्ट निवेशक बनें ताकि आप मार्केट में लम्बे समय तक टिके रहें।
🙋♂️ FAQ – अक्सर पूछे गए सवाल
Q1. क्या हर IPO में पैसा लगाना सही है?
बिलकुल नहीं, हर आईपीओ अच्छा नहीं होता, केवल मजबूत फंडामेंटल, अच्छे भविष्य वाली कंपनियों में निवेश करें।
Q2. DRHP कहां से पढ़ सकते हैं?
SEBI की ऑफिसियल वेबसाइट पर सभी कंपनियों का DRHP उपलब्ध है।
Q3. क्या आईपीओ में पैसा डूब सकता है?
जी हाँ, यदि आप खराब आईपीओ में निवेश कर देते हैं जिसका कोई भविष्य ना हो तो पैसा डूब सकता है।
Q4. क्या लिस्टिंग गेन मिलने की कोई गारंटी होती है?
बिलकुल भी नहीं। कंपनी की वैल्यूएशन सस्ती रखी गई हो और मार्केट सेंटीमेंट पॉजिटिव हो तभी लिस्टिंग गेन की संभावना होती है।
Q5. IPO से बेहतर विकल्प क्या हो सकता हैं?
अच्छे स्टॉक, म्यूच्यूअल फण्ड, SIP ये बेहतर विकल्प हो सकते हैं।
❌ डिस्क्लेमर (Disclaimer)
यह लेख केवल शिक्षा के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी हुई जानकारी किसी भी प्रकार से किसी भी स्टॉक या आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार में बिना अपने वित्तीय सलाहकार से विचार विमर्श किये निवेश ना करें। इस लेख में दी गई जानकारी के आधार पर हुए किसी भी नुकसान या वित्तीय हानि के लिए लेखक, या वेबसाइट को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है।