💎 BlueStone IPO दिखने में चमकदार, पर अंदर से कमजोर?
BlueStone Jewellery IPO ने अपने ₹820 करोड़ के फ्रेश इश्यू और 1.39 करोड़ शेयर्स के ऑफर फॉर सेल से मार्केट में काफी चर्चा बटोरी है। लेकिन जब हमने आंकड़ों और डीटेल्स की तह में जाकर देखा, तो पता चला कि कुछ बड़े निवेशक इस IPO से दूरी बना रहे हैं।
आखिर क्यों?
आईए जानते हैं उन 3 बड़े Red Flags के बारे में जिनकी वजह से BlueStone IPO एक रिस्की दांव बन सकता है।
❌ Red Flag #1: लगातार बढ़ता घाटा – क्या ग्रोथ से ज्यादा जला रहे हैं पैसा?
📉 FY23 से FY25 तक का घाटा (PAT)
वित्त वर्ष | घाटा (₹ करोड़ में) |
---|---|
FY23 | ₹167.24 |
FY24 | ₹142.24 |
FY25 | ₹221.84 |
कई बड़े निवेशक उन कंपनियों से दूर रहते हैं जो ग्रोथ के नाम पर भारी कैश बर्न कर रही हों। BlueStone फिलहाल उसी कैटेगरी में आती है।
❌ Red Flag #2: नेगेटिव रिटर्न और भारी कर्ज़
📊 Key Financial Ratios (FY25)
संकेतक (Ratio) | मान |
---|---|
ROE | -34.53% |
ROCE | -3.67% |
RoNW | -24.45% |
Debt/Equity | 0.80 |
PAT Margin | -12.53% |
और कर्ज की बात करें तो:
- कुल उधारी (FY25): ₹728.62 करोड़
- पिछली साल से तुलना करें तो ₹430.43 Cr → ₹728.62 Cr (लगभग 69% की बढ़ोतरी)
ये संकेत देते हैं कि कंपनी की बैलेंस शीट मजबूत नहीं है।
❌ Red Flag #3: Valuation Puzzle – क्या ब्रांड वैल्यू से ज़्यादा उम्मीदें?
BlueStone एक ब्रांडेड, डिजिटल-फर्स्ट ज्वेलरी कंपनी जरूर है, लेकिन:
- अभी भी प्रॉफिटबिलिटी से दूर है
- IPO का बड़ा हिस्सा वर्किंग कैपिटल में जाएगा — ग्रोथ के लिए नहीं
- कोई शानदार टेक USP नहीं है जो इसे Titan या Senco से अलग करता हो
💬 Valuation Experts का मानना है कि सिर्फ “ब्रांड इमेज” पर इतना भारी वैल्यूएशन देना जल्दबाज़ी हो सकती है।
📌 Bonus Insight: Anchor Investors की भी मिली-जुली प्रतिक्रिया
कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, BlueStone IPO में कुछ प्रमुख इनवेस्टमेंट फंड्स ने छोटा हिस्सा लिया या बिलकुल नहीं लिया — ये एक संकेत हो सकता है कि Smart Money इस IPO को लेकर सतर्क है।
🧠 निवेशकों को क्या करना चाहिए?
अगर आप एक लॉन्ग टर्म निवेशक हैं जो रिस्क समझते हैं और ब्रांड वैल्यू पर भरोसा करते हैं, तो आप आवेदन कर सकते हैं।
लेकिन अगर आप केवल Listing Gain या तगड़ा रिटर्न ढूंढ़ रहे हैं, तो यह IPO शायद आपके लिए न हो।
📢 निष्कर्ष
BlueStone IPO का बाहरी ग्लैमर निवेशकों को आकर्षित कर रहा है, लेकिन अंदर की कहानी कुछ और है। लगातार घाटा, गिरते रिटर्न्स, भारी कर्ज़ और valuation का भ्रम — ये सभी संकेत देते हैं कि सोच-समझकर कदम बढ़ाना जरूरी है।
💡 IPO में FOMO (Fear of Missing Out) से ज़्यादा जरूरी है FOSO (Fear of Screwing Over)!
❓FAQ – आपके सवाल, हमारे जवाब
Q1. क्या BlueStone एक प्रॉफिट में चलने वाली कंपनी है?
👉 नहीं, FY25 में कंपनी ₹221 करोड़ के घाटे में रही है।
Q2. इस IPO से कंपनी को क्या फायदा होगा?
👉 ₹750 करोड़ का फ्रेश इश्यू वर्किंग कैपिटल के लिए है, न कि ग्रोथ या नए स्टोर्स के लिए।
Q3. क्या BlueStone का ब्रांड बड़ा है?
👉 हां, ब्रांड की पहचान मजबूत है, लेकिन प्रॉफिटबिलिटी और स्ट्रक्चर में काफी दिक्कतें हैं।
Q4. क्या इस IPO को टालना चाहिए?
👉 अगर आप घाटे में चल रही कंपनियों से दूर रहते हैं, तो हां — लेकिन रिस्क लेने वाले लॉन्ग टर्म निवेशक सोच सकते हैं।
📢 Disclaimer
यह लेख केवल सूचना और एजुकेशनल उद्देश्य से तैयार किया गया है। यहां दी गई किसी भी जानकारी को निवेश सलाह के रूप में न लें। शेयर बाजार में निवेश जोखिम से भरा है। कृपया निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें। लेखक या वेबसाइट किसी भी हानि के लिए जिम्मेदार नहीं है।