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मुझे कभी भी IPO नहीं मिलता – आखिर गलती कहाँ हो रही है? 😔
क्या आपने भी ये बात कही है? "अरे यार, इस बार फिर IPO नहीं मिला!" या "मेरी किस्मत ही खराब है, मुझे तो कभी कोई IPO अलॉट ही नहीं होता!" 🤷♂️
अगर हाँ, तो आप अकेले नहीं हैं। भारत में हजारों, बल्कि लाखों रिटेल निवेशक हैं जो हर नए IPO (इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग) के लिए आवेदन करते हैं, लेकिन उनमें से बहुत कम को ही शेयरों का आवंटन मिल पाता है। ऐसा लगता है जैसे IPO पाना एक तरह की 'लॉटरी' है, और आपकी 'लकी नंबर' कभी नहीं आता।
लेकिन क्या सच में ऐसा है? क्या ये सिर्फ भाग्य का खेल है? जवाब है – नहीं! जी हाँ, IPO का आवंटन एक लॉटरी सिस्टम पर जरूर आधारित है, लेकिन इसमें भी एक विज्ञान और एक स्ट्रैटेजी छुपी हुई है। अगर आपको बार-बार IPO नहीं मिल रहा है, तो ज़रूर कहीं न कहीं आपसे कोई न कोई गलती हो रही है।
इस लेख में, हम आपकी उन्हीं गलतियों पर बात करेंगे और जानेंगे कि आखिर वो कौन से तरीके हैं जिन्हें अपनाकर आप अपने IPO पाने के चांस को बढ़ा सकते हैं। चलिए, शुरू करते हैं!
IPO आवंटन कैसे काम करता है? समझिए SEBI का लॉटरी सिस्टम 🎲
इससे पहले कि हम गलतियों पर बात करें, ये समझना बहुत जरूरी है कि आखिर IPO में शेयर बाँटे कैसे जाते हैं। भारत में, यह पूरी प्रक्रिया SEBI (सेबी) यानि सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया के सख्त नियमों के तहत होती है। यह कोई मनमाना प्रोसेस नहीं है।
- रिटेल निवेशक की Category: SEBI ने IPO के लिए आवेदन करने वालों को अलग-अलग श्रेणियों (Categories) में बाँटा है। जैसे कि रिटेल इन्वेस्टर्स (Retail Individual Investors - RII), संस्थागत निवेशक (Qualified Institutional Buyers - QIB), और नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII)।
- आरक्षण (Reservation): हर IPO में कंपनी की ओर से रिटेल निवेशकों के लिए एक तय हिस्सा (आमतौर पर 35%) रिजर्व होता है। इसका मतलब है कि कुल शेयरों का 35% हिस्सा सिर्फ हम जैसे छोटे निवेशकों के लिए होता है।
- लॉटरी प्रणाली: अगर किसी IPO के लिए रिटेल कैटेगरी के आवेदन, उसके लिए रिजर्व शेयरों से ज्यादा हो जाते हैं (यानि IPO oversubscribed हो जाता है), तो आवंटन एक कम्प्यूटराइज्ड लॉटरी सिस्टम के जरिए होता है। इस लॉटरी में हर एक रिटेल आवेदन के बराबर मौका होता है।
तो सवाल ये है कि अगर सबके मौके बराबर हैं, तो फिर कुछ लोगों को बार-बार IPO क्यों मिल जाता है और कुछ को कभी नहीं मिलता? इसका जवाब छुपा है उन गलतियों में, जो आप शायद अनजाने में कर रहे हैं।
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वो 10 बड़ी गलतियाँ जिनकी वजह से आपको IPO नहीं मिलता 🚫
1. सिर्फ 'पॉपुलर' IPO के पीछे भागना
बहुत से निवेशक सिर्फ उन्हीं IPO में आवेदन करते हैं जो मीडिया में जोर-शोर से चल रहे होते हैं या जिनके बारे में हर कोई बात कर रहा होता है। ऐसे IPO में आवेदन करने वालों की संख्या बहुत ज्यादा होती है, जिससे ओवरसब्सक्रिप्शन ( oversubscription) का रेशियो आसमान छूने लगता है। जितना ज्यादा ओवरसब्सक्रिप्शन, उतना ही आवंटन मिलने का चांस कम। आप छोटे-मध्यम IPO को नज़रअंदाज़ कर देते हैं, जहाँ competition कम होता है और आवंटन मिलने की संभावना ज्यादा।
2. एक ही Demat अकाउंट से बार-बार आवेदन करना
यह सबसे बड़ी और सबसे आम गलती है! SEBI के नियमों के अनुसार, एक व्यक्ति एक ही IPO में केवल एक बार आवेदन कर सकता है। अगर आप एक से ज्यादा बार आवेदन करते हैं (चाहे अलग-अलग बैंक अकाउंट या ब्रोकर के जरिए), तो सारे आवेदन रिजेक्ट कर दिए जाएंगे। कुछ लोग ये सोचकर ऐसा करते हैं कि शायद उनकी 'लक' एक से ज्यादा बार लग जाए, लेकिन ऐसा करना SEBI के नियमों के खिलाफ है और इससे आपका कोई भी आवेदन स्वीकार नहीं होगा।
3. ASBA प्रक्रिया में गड़बड़ी करना
ASBA (एप्लीकेशन सपोर्टेड बाय ब्लॉक्ड अमाउंट) वो प्रक्रिया है जिसके जरिए आप IPO के लिए आवेदन करते हैं। इसमें आपके बैंक अकाउंट से पैसे तुरंत नहीं निकलते, बल्कि सिर्फ उतनी रकम ब्लॉक हो जाती है।
- पैसे की कमी: अगर आवेदन के समय आपके बैंक खाते में पर्याप्त पैसे नहीं हैं, तो आपका आवेदन रिजेक्ट हो जाएगा।
- गलत डिटेल्स: Demat अकाउंट नंबर, PAN नंबर, या बैंक अकाउंट डिटेल्स में कोई गलती होना। ये डिटेल्स आपके ब्रोकर, बैंक और डीमैट अकाउंट के रिकॉर्ड से मेल खानी चाहिए।
4. आवेदन करने की Last Minute की कोशिश
IPO के आखिरी दिन आवेदन करने की भीड़ सबसे ज्यादा होती है। उस दिन ब्रोकर के पोर्टल या बैंक की वेबसाइट पर ट्रैफिक बहुत ज्यादा होता है, जिससे सर्वर स्लो हो सकता है या क्रैश भी हो सकता है। ऐसे में आपका आवेदन पूरा नहीं हो पाता या देरी से जमा होता है। कोशिश करें कि IPO खुलने के दूसरे या तीसरे दिन ही आवेदन कर दें।
5. IPO के बारे में रिसर्च न करना
बिना जाने-समझे किसी भी IPO में आवेदन कर देना एक बहुत बड़ी गलती है। सिर्फ इसलिए कि दोस्त ने कहा या TV पर किसी ने बताया, आप आवेदन कर देते हैं। अगर आपको कंपनी का बिजनेस, उसके फाइनेंशियल्स, कीमत (IPO Price Band) और आगे की ग्रोथ के बारे में पता नहीं है, तो आप एक जुआ खेल रहे हैं। हो सकता है आवंटन मिल भी जाए, लेकिन लिस्टिंग के दिन शेयर का भाव गिर जाए और आपको नुकसान हो जाए।
6. Demat अकाउंट Inactive होना
अगर आपका डीमैट अकाउंट लंबे समय से इनएक्टिव है या उसमें KYC (नो योर कस्टमर) पूरा नहीं है, तो हो सकता है कि आपका आवेदन स्वीकार ही न हो। हमेशा यह सुनिश्चित कर लें कि आपका डीमैट अकाउंट एक्टिव है और सभी जरूरी दस्तावेज अपडेट हैं।
7. केवल एक लॉट के लिए आवेदन करना
रिटेल निवेशक के तौर पर, आप एक IPO में कम से कम 1 लॉट (जिसमें एक तय number of शेयर होते हैं) के लिए आवेदन कर सकते हैं। अगर आप हमेशा सिर्फ 1 लॉट के लिए ही आवेदन करते हैं, तो आपकी सफलता की संभावना उतनी ही रहती है जितनी कि दूसरों की। हालाँकि, आप 1 से ज्यादा लॉट के लिए आवेदन नहीं कर सकते, इसलिए इस मामले में आपके हाथ बंधे हैं।
8. Listing Day पर ही शेयर बेचने की जल्दबाजी
यह आवंटन की गलती तो नहीं है, लेकिन एक मानसिक गलती जरूर है। बहुत से निवेशकों को लगता है कि IPO का मतलब ही listing day पर मुनाफा कमाना है। लेकिन कई बार अच्छी कंपनियों के शेयर लंबे समय में और भी ज्यादा रिटर्न देते हैं। listing day पर मिले मुनाफे से खुश होकर शेयर बेच देना एक अच्छे निवेश opportunity को खोना हो सकता है।
9. अपने परिवार के Demat अकाउंट का इस्तेमाल न करना
यह कोई गलती नहीं बल्कि एक कानूनी तरीका है जिससे आप अपने चांस बढ़ा सकते हैं। SEBI एक व्यक्ति को एक ही आवेदन करने की इजाजत देता है, लेकिन आपके परिवार के दूसरे सदस्य (जैसे पति, पत्नी, माता-पिता, बच्चे) जिनके अपने अलग PAN कार्ड और Demat अकाउंट हैं, वो अलग-अलग आवेदन कर सकते हैं। इस तरह, एक ही IPO में आवंटन मिलने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है।
10. धैर्य की कमी और हिम्मत हार जाना
सबसे बड़ी बात! IPO आवंटन एक नंबर गेम है। अगर आप लगातार 10 IPO में आवेदन करते हैं, तो स्टैटिस्टिकली आपको कम से कम 1-2 में तो आवंटन मिलना ही चाहिए। लेकिन अगर आप 3-4 बार असफल होने के बाद ही आवेदन करना बंद कर देते हैं, तो आप खुद अपना चांस कम कर रहे हैं। लगातार कोशिश करते रहें।
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कैसे बढ़ाएँ अपने IPO आवंटन की संभावना? ✅
अब तक हमने गलतियाँ सीखीं, अब जानते हैं कुछ स्मार्ट तरीके जिनसे आप अपना लक बढ़ा सकते हैं।
1. पारिवारिक आवेदन (Family Applications) का इस्तेमाल करें
जैसा कि ऊपर बताया, यह सबसे कारगर तरीका है। अपने परिवार के सदस्यों को Demat अकाउंट खुलवाने के लिए प्रेरित करें। सभी के नाम से अलग-अलग आवेदन करने से winning chance कई गुना बढ़ जाता है। यह पूरी तरह से कानूनी है।
2. कम चर्चित और छोटे IPO में आवेदन करें
बड़े-बड़े नामों के पीछे भागने की बजाय, उन IPO पर भी नजर डालें जो ज्यादा प्रचार में नहीं हैं। छोटी कंपनियों के IPO में ओवरसब्सक्रिप्शन कम होता है, जिससे आवंटन मिलने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है। हाँ, इनमें रिसर्च करना और भी जरूरी हो जाता है।
3. तकनीकी गलतियों से बचें
- आवेदन से पहले अपने बैंक अकाउंट में पर्याप्त बैलेंस रखें।
- Demat अकाउंट नंबर, PAN नंबर दोबारा चेक कर लें।
- आवेदन की आखरी तारीख से 1-2 दिन पहले ही आवेदन कर दें।
4. नियमित रूप से आवेदन करते रहें
हार न मानें। जितने ज्यादा IPO में आप आवेदन करेंगे, स्टैटिस्टिक्स के हिसाब से उतना ही ज्यादा आपके नाम आवंटन आने का chance बनेगा। इसे एक लंबे खेल की तरह खेलें।
5. अच्छे ब्रोकर का चुनाव करें
एक अच्छा और विश्वसनीय ब्रोकर आपको आवेदन प्रक्रिया आसानी से पूरी करने में मदद करता है। Zerodha, Upstox, Groww, Angel One, ICICI Direct, HDFC Securities जैसे प्लेटफॉर्म उपयोगकर्ता के अनुकूल इंटरफेस provide करते हैं।
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निष्कर्ष: तो क्या है आखिरी सच? 🎯
दोस्तों, IPO आवंटन वाकई में एक कम्प्यूटराइज्ड लॉटरी है, और इसमें भाग्य का Role है। लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि आप कुछ नहीं कर सकते। आप भाग्य को अपनी तरफ मोड़ सकते हैं। अगर आप ऊपर बताई गई common mistakes से बचेंगे और smart strategies को follow करेंगे, तो निश्चित ही अगले IPO में आपके नाम का message आते हुए देखेंगे!
याद रखें, IPO निवेश का पहला पड़ाव है, मंजिल नहीं। सही knowledge, patience और discipline के साथ आप न केवल IPO का आवंटन पा सकते हैं बल्कि शेयर बाजार में long-term wealth भी create कर सकते हैं।
आपको यह लेख कैसा लगा, नीचे comment करके जरूर बताएं। और हाँ, अगला IPO जरूर apply करना! 😊
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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ) ❓
Q1: क्या एक से ज्यादा Demat अकाउंट से IPO apply कर सकते हैं?
जवाब: जी नहीं। SEBI के नियमों के मुताबिक, एक व्यक्ति (एक PAN नंबर) एक ही IPO में सिर्फ एक बार ही आवेदन कर सकता है। एक से ज्यादा आवेदन करने पर सभी आवेदन रद्द कर दिए जाएंगे।
Q2: क्या IPO के लिए apply करने के लिए पैसे लगते हैं?
जवाब: आवेदन करने के लिए कोई अलग fee नहीं लगती। आपको सिर्फ उतने शेयरों की कीमत जमा करनी होती है, जितने के लिए आप apply कर रहे हैं। अगर आवंटन नहीं मिलता, तो वो पैसे आपके अकाउंट में वापस आ जाते हैं।
Q3: क्या IPO में सिर्फ पैसा कमाने के लिए apply करना चाहिए?
जवाब: जी नहीं। IPO एक company में हिस्सेदारी खरीदने का मौका है। listing day के मुनाफे के चक्कर में अच्छी company के shares न बेचें। अच्छी company के shares long term के लिए hold करके भी अच्छा return पाया जा सकता है।
Q4: आवंटन न मिलने पर पैसे कब तक वापस मिलते हैं?
जवाब: आमतौर पर, listing date से 1-2 दिन पहले ही अगर आवंटन नहीं मिलता है तो ब्लॉक किए गए पैसे आपके बैंक अकाउंट में वापस आ जाते हैं।
Q5: क्या मैं IPO के लिए offline form भर सकता हूँ?
जवाब: जी हाँ, आप physical form भरकर भी आवेदन कर सकते हैं, लेकिन यह प्रक्रिया जटिल और time-consuming है। online apply करना ज्यादा आसान और भरोसेमंद है।
Disclaimer (अस्वीकरण) ⚠️
यह लेख सिर्फ शैक्षिक उद्देश्यों के लिए लिखा गया है। यह निवेश की सलाह (investment advice) नहीं है। IPO में निवेश करने से पहले company की DRHP (Draft Red Herring Prospectus) को अच्छी तरह पढ़ें और अपने वित्तीय सलाहकार (financial advisor) से सलाह जरूर लें। शेयर बाजार में निवेश बाजारिक जोखिमों (market risks) के अधीन है, past performance भविष्य के results का संकेत नहीं है। लेख में दी गई जानकारी पूरी तरह से सही और updated होने का दावा नहीं किया जाता।