NSE Unlisted Shares में रिकॉर्ड खरीदारी!
क्या रिटेल निवेशक जल्दबाज़ी में कोई बड़ी गलती कर रहे हैं?
बीते कुछ महीनों से हर जगह एक ही चर्चा है — NSE के unlisted shares की। सोशल मीडिया से लेकर लोकल इन्वेस्टिंग ग्रुप्स तक, हर जगह यही सवाल घूम रहा है:
"भाई, NSE के IPO से पहले unlisted shares खरीद लें क्या? अभी तो रॉकेट बन गया है!"
और यही सोचते हुए हज़ारों रिटेल निवेशक, बिना ज़्यादा सोचे-समझे, इसमें कूद पड़े हैं। बताया जा रहा है कि सिर्फ 3 महीनों में NSE के unlisted shares में 1 लाख से ज्यादा रिटेल निवेशक एंट्री कर चुके हैं।
💥 लेकिन सवाल ये है – क्या ये खरीदारी समझदारी है या जल्दबाज़ी?
मैंने खुद पिछले हफ्ते एक दोस्त से बात की जो बैंक में काम करता है। उसने ₹50,000 लगाकर कुछ unlisted shares खरीदे, ये सोचकर कि "IPO में तो दोगुना हो ही जाएगा!"
जब मैंने पूछा, "कंपनी की वैल्यूएशन देखी?", तो जवाब मिला —
"भाई, GMP 800 चल रहा है। इससे बड़ा सबूत क्या चाहिए?"
यही सबसे बड़ी गलती है।
📈 Unlisted Shares में लोगों की दीवानगी क्यों बढ़ रही है?
1. NSE का नाम = भरोसा?
NSE का नाम है, तो नुकसान कैसे होगा? यही mindset लाखों निवेशकों को खींच रहा है।
2. GMP का झांसा
Grey Market Premium एक तरह का जादुई नंबर बन गया है। जैसे ही ये बढ़ता है, लोगों को लगता है कि "जल्दी खरीद लो, वरना पछताओगे।"
3. YouTube और Telegram के तथाकथित 'Experts'
"10 दिन में पैसा दोगुना", "अब नहीं खरीदा तो पछताओगे" — ऐसे clickbait thumbnails देखकर लोग बिना रिसर्च के पैसे लगा रहे हैं।
⚠️ लेकिन इस FOMO के पीछे छिपे हैं बड़े खतरे
🔒 Lock-in Period
Unlisted shares में निवेश करने के बाद IPO आने तक बेच नहीं सकते। और अगर listing price उम्मीद से कम निकली, तो पैसा अटक सकता है।
💸 Liquidity की कमी
Buy करना आसान है, लेकिन बेचने वाला कोई नहीं मिला तो? कई investors stuck हो चुके हैं, ये बात खुलकर कोई नहीं बताता।
📊 Overvaluation का खतरा
Pre-IPO में shares ₹3,800–₹4,200 तक बिक रहे हैं। अगर IPO ₹3,000 पर आया, तो शुरुआत में ही घाटा!
📜 Limited Information
NSE जैसी बड़ी कंपनी के बारे में भी real-time financials, business changes, और compliance data unlisted market में ट्रांसपेरेंट नहीं होते।
🧠 निवेशक क्या सोचकर पैसे लगा रहे हैं?
मैंने एक WhatsApp ग्रुप में देखा –
"Mere broker ne bola ₹4,100 pe le lo. IPO ₹5,000 pe aayega."
"3x return पक्का बोले हैं!"
यानी भरोसा है broker की बात पर, लेकिन DRHP पढ़ने की फुर्सत किसी को नहीं।
📚 IPO से पहले समझदारी की ज़रूरत
IPO आएगा, ये सच है। NSE का नाम भी बड़ा है, ये भी सही है। लेकिन unlisted shares में कूदना सिर्फ इस भरोसे पर कि "सब लोग ले रहे हैं" — ये निवेश नहीं, जुआ है।
जो निवेशक सच में long term wealth बनाना चाहते हैं, उन्हें चाहिए:
- Proper financials पढ़ें (DRHP available है)
- SEBI registered platform से ही निवेश करें
- Lock-in और liquidity दोनों समझें
- GMP पर नहीं, business fundamentals पर ध्यान दें
✅ निष्कर्ष:
"जब भीड़ एक ही दिशा में दौड़ रही हो, रुककर सोच लेना चाहिए कि कहीं वो खाई की तरफ तो नहीं जा रही।"
NSE unlisted shares में निवेश मौका भी है, और धोखा भी — फर्क आपकी समझदारी तय करेगी।
📣 आपके लिए सवाल:
क्या आपने भी unlisted shares खरीदे हैं? क्या आपने valuation खुद देखा या सिर्फ GMP के भरोसे निवेश किया?
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🛑 डिस्क्लेमर (Disclaimer):
यह लेख केवल सामान्य जानकारी और शिक्षा के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई किसी भी जानकारी को निवेश सलाह न समझें। शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श ज़रूर लें। इस लेख में दी गई राय लेखक की निजी है, प्लेटफॉर्म की नहीं।