Trump का 25% Tariff धमाका: Indian Share Market क्यों दबाव में?

Hemant Saini
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 🇺🇸 चुनावी बयान, लेकिन असर असली!

Donald Trump ने अमेरिका में दोबारा सत्ता में आने पर भारत समेत कई देशों से आयात होने वाले सामान पर 25% Import Tariff लगाने की धमकी दी है।

ये बयान भले ही अमेरिका में चुनावी हवा बनाने के लिए दिया गया हो, लेकिन भारतीय शेयर बाजार ने इसे गंभीरता से लिया है।

 

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🧠 बाजार की पहली प्रतिक्रिया: डर साफ दिखा

सूचकांकअसर
Gift Nifty55 अंक गिरावट
Nifty IT Index~0.8% गिरा
Pharma StocksSun Pharma, Lupin, Cipla में गिरावट
Textile StocksWelspun India, Trident लाल निशान में
Midcaps Export Stocks2–4% तक का दबाव

📌 Export-driven कंपनियों में panic selling दिखा, खासकर उन शेयरों में जिनकी अमेरिका से आय पर ज़्यादा निर्भरता है।


📦 कौनसे सेक्टर सबसे ज़्यादा दबाव में आए?

1. IT Sector

भारत की IT कंपनियों की 50% से ज़्यादा आय अमेरिका से आती है। Trump की tariff नीति से outsourcing model पर दबाव आ सकता है।

  • गिरे हुए शेयर: Infosys, TCS, HCL Tech
  • Investor डर: U.S. clients cost-cutting कर सकते हैं

2. Pharma Sector

Generic दवाओं की pricing पर असर पड़ेगा, जो margins घटा सकता है।

  • गिरे हुए शेयर: Lupin, Dr Reddy’s, Cipla
  • Investor डर: USFDA के दबाव के साथ tariff का डबल झटका

3. Textiles & Apparel

Textile companies को अमेरिका से बड़े orders मिलते हैं। Tariff से cost बढ़ेगी और competitiveness घटेगी।

  • गिरे हुए शेयर: KPR Mills, Trident
  • Investor डर: Order shifting to Bangladesh, Vietnam


📊 शेयर बाजार को इतना डर क्यों लग रहा है?

Tariff का मतलब है: Cost बढ़ना + Demand घटना = Profit गिरना

इस equation ने ही बाजार को डराया है। Export-based companies की earnings estimates पर दबाव आएगा और इससे उनके valuation में correction दिख सकता है।


🧾 लेकिन ये सिर्फ बयान है, असर पक्का नहीं!

Trump अभी सिर्फ एक presidential candidate हैं, न कि राष्ट्रपति। Tariff लागू होंगे या नहीं, इसका फैसला नवंबर 2025 में चुनाव के बाद होगा।

फिर भी, बाजार भविष्य को discount करता है, यानी अगर खतरा दिखा, तो price action अभी दिखता है। इसलिए reaction वास्तविक है।


📈 अब निवेशकों को क्या करना चाहिए?

✅ Export-heavy शेयरों में caution

Short-term में volatility बनी रह सकती है।
Action: Avoid fresh buying, earnings clarity तक wait करें

✅ Defensive sectors की ओर रुख

FMCG, Infra, PSU Banks पर कोई सीधा असर नहीं है
Action: ITC, Asian Paints, HUL जैसे stocks पर ध्यान दें

✅ SIP चालू रखें

Market dips आपके SIP को long-term में मजबूती देते हैं
Action: SIP pause करने की गलती न करें

✅ Midcap Exporters को watchlist में डालें

अगर गहराई तक correction आता है, तो ये long-term के लिए entry point बन सकते हैं


📉 क्या Nifty और Sensex और गिर सकते हैं?

Depends on US Elections & Market Sentiment.
अगर Trump की जीत की संभावना बढ़ती है, तो Export-heavy Nifty sectors में गिरावट तेज हो सकती है। लेकिन Domestic demand-driven companies Nifty को संभाल सकती हैं।

यानी, Index गिर सकता है, लेकिन selectively


📚 इतिहास से सबक

सालTariff Eventशेयर बाजार पर असर
2018US-China Trade WarNifty ~10% गिरा
2020Steel TariffJSW Steel, Tata Steel दबाव में

👉 Short-term में डर होता है, लेकिन long-term में अच्छी कंपनियां bounce करती हैं।


🔍 क्या यह खरीदने का मौका है?

अभी नहीं।
Market अभी सिर्फ पहला झटका झेल रहा है। अगले 1–2 हफ्ते में clarity आएगी।
Smart Investor Strategy:

  • Quality stocks में SIP जारी रखें
  • Export-heavy stocks में staggered entry करें
  • Event-based risk को monitor करते रहें


🗣️ Expert Insights

"Trump की tariff नीति से export stocks short-term में underperform कर सकते हैं, लेकिन panic में बेचने की गलती न करें।"
Gaurav Jain, Market Strategist

"Domestic consumption driven companies tariff proof हैं—investor वहीं सुरक्षित रहेंगे।"
Kritika Goel, Research Head


📌 निष्कर्ष: डर है, लेकिन मौका भी

Trump का 25% tariff बयान भारतीय शेयर बाजार के लिए immediate risk ज़रूर है, लेकिन panic selling का समय नहीं। Smart investor वही होता है जो गिरावट में डरता नहीं, बल्कि तथ्यों के आधार पर decisions लेता है

🟢 Tariff लगें या न लगें, अगर आप discipline से चलेंगे, तो नुकसान नहीं होगा—बल्कि गिरावट ही बनेगी सबसे बड़ी कमाई का मौका।


❓FAQs: निवेशकों के सवाल

Q. क्या Nifty 24,500 से नीचे जा सकता है?

👉 अगर global sentiment negative रहा तो short-term में हां। लेकिन domestic strength से bounce भी आ सकता है।

Q. क्या IT stocks से निकलना चाहिए?

👉 अभी नहीं। Portfolio में ज़्यादा exposure है तो trim करें, लेकिन panic selling न करें।

Q. क्या ये tariff permanent होंगे?

👉 नहीं। ये election promise हैं—आगे चलकर negotiation या rollback भी हो सकता है।

📘 डिस्क्लेमर (Disclaimer):

यह लेख केवल शैक्षिक (Educational) और सूचनात्मक (Informational) उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारी शेयर बाजार से जुड़े सार्वजनिक स्रोतों, विशेषज्ञ टिप्पणियों और बाजार के रुझानों पर आधारित है।

यह कोई निवेश सलाह (Investment Advice) नहीं है।
किसी भी स्टॉक या सेक्टर में निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार (SEBI Registered Advisor) से परामर्श अवश्य करें।

लेखक या वेबसाइट किसी भी प्रकार के वित्तीय नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगी।

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